Thursday 14 April 2016


कथा प्रारम्भ-
निशान्त भाई,कबीर भाई,अभिराज भाई,े शाश्वत  भाई और आकिब भाई एक साथ बैठकर बाकी दोस्तो का इंतजार कर रहे थे| शाश्वत भाई जरा उदास लग रहे थे....
निशान्त भाई-क्या बात है शाश्वत, उदास क्यो हो?
शाश्वत-भाई मैने मेले मे एक लड़की देखी आते समय....पर उससे कुछ बोल नही पाया....मुझे लग रहा है मुझे उससे सच्चा प्यार हो गया है
अभिराज-दिखने मे कैसी थी?
शाश्वत(थोड़ा सोचने के बाद)-मुझे लग रहा है आकिब को जन्नत बना दे तो वैसा ही दिखेगा
(ये मजाक नही था)
शाश्वत(मन मे)-अगली बार वो लड़की दिखी तो सीधे i love u बोलूंगा
तभी वहा ब्रम्हा भाई आते है...
ब्रम्हा भाई-आकिब मुझे तुमसेे कुछ काम है
आकिब भाई-बोलिये
ब्रम्हा भाई-मुझे ice cream खानी है पर लाइन बहुत लम्बी है
अाकिब-तो?
ब्रम्हा भाई-लड़कियो की लाइन छोटी है...मै चाहता  हुं तुम लड़की बन कर जाओ और सबके लिये ice cream ले आओ
आकिब-हमसे ना हो पाएगा
ब्रम्हा भाई आकिब के कान मे कुछ बोलते है
आकिब-हीहीहीही....अब हो जाएगा
आकिब भाई पास के मेकअप रूम मे जाते है और जन्नत बन के आ जाते है
तभी सामने से प्रिंस,अक्लिम और संदीप आते है...कोई आकिब को पहचान नही पाता है
प्रिंस लड़की देखकर खुश हो जाता है
प्रिंस-मुझे लग रहा है मैने अभी आपको अभी चाट खाते हुए देखा था | आप बहुत अच्छी लग रही थी मैने खुशी के मारे अपनी मेहंगी वाली ice cream बच्चो को खिला दी
अक्लिम भाई-इसे देखो...रास्ते भर 5 रूपये वाला लॉलीपॉप चूसते हुए आया है.अब ............. फैला रहा है
जन्नत(आकिब)-जी शुक्रिया...पर मै चाट नही खाती हुं
प्रिंस-(हीहीही फस गयी)..जी आपका नाम क्या है
आकिब-जन्नत
...................
....................
.....................
.......................
प्रिंस भाई shocked....बाकी सब rocked
सभी भयंकर वाली हसी हसने लगते है
कबीर भाई-(हसते हुए) लग रहा है शादी वाली रात से आपने कुछ नही सीखा
प्रिंस(मन मे)-आज के  बाद असली लड़कियो को भी पहले भाई बोल के चेक करूंगा
ब्रम्हा भाई-आकिब चलो..हमे काम करना है
निशान्त भाई- मै भी चलता हु
कबीर भाई-मै भी चलूंगा....शाश्वत तुम आ रहे हो क्या?
शाश्वत भाई-ना भाई मुझे कुछ काम है(अपना सच्चा प्यार ढूंढना है)
सभी चले जाते है और शाश्वत भाई अलग निकल लेते है
आकिब(जाते समय)-संदीप भाई बच के रहना...कुछ होने वाला है
अब संदीप,प्रिंस,अभिराज और अक्लिम वहा रह जाते है | कुछ देर बाद एक लड़की संदीप के पास आकर कहती है "मै तुम्हारे साथ बैठ सकती हुं?"
संदीप-(सकुचाते हुए)हा...क्यो नही
बाकी तीनो संदीप और लड़की को देख रहे होते है
संदीप(प्रिंस को देखते हुए मन मे)-ये पक्का 'मैने आपको देखा है' बोलने वाला है
प्रिंस(मन मे)-क्या करूं...एक बार और बोल के देख लूं क्या
अभिराज(मन मे)-क्या बोलूं...कि ये मेरे पास आके बैठ जाए
अक्लिम(मन मे)-ये कही देखी हुयी लग रही है
संदीप-माफ करिये पर आप कौन?
लड़की- मै कॉलेज मे तुम्हरी जुनीयर हु....यहा किसी को नही जानती इसलिये यहा आ गयी
प्रिंस-आप मुझे जानती है?
लड़की-नही भाई
बाकी तीनो मन मे हसने लगते है
प्रिंस(मन मे)-नही बोलना चाहिये था
संदीप-आपका नाम?
लड़की-जन्नत
...................
...................
...................
...................
बाकी तीनो जोर से हसने लगते है
संदीप(मन मे)-छोड़ूंगा नही इसे आज
संदीप उसे उठाकर गोद मे बैठा लेता है
जन्नत-अरे क्या कर रहे हो
संदीप उसके मुह पे हाथ रख लेता है ताकि वो चिल्ला ना पाए
संदीप-अभिराज..इसे लड़की बन ने मे मजा आने लगा  है...आज इसे सच मे लड़की बनांएंगे
अभिराज(हसते हुए)-हा भाई...मै अभी चाकू लेकर आता हुं
जन्नत और जादा छूटने की कोशिश करने लगती है
अक्लिम-हीहीही....वाह रे बनाने वाले....इस नाचीज़ को क्या चीजे़ है
और फिर अक्लिम भाई उसके बाल खीचने लगते है
संदीप-अरे नही भाई....विग मत उतारो...इसे आज लड़की ही बनाना है
अभिराज भाई दौड़ के आते है
अभिराज-संदीप मै चाकू ले आया....जींस उतारो इसकी
जन्नत की छटपटाहट और बढ़ जाती है
़़़़़़़़़़़़़़़
............
तभी सामने से ब्रम्हा भाई,निशान्त भाई,कबीर भाई और......और.....और... आकिब भाई आते है
आकिब-अरे वाह संदीप भाई..बात यहा तक आ गयी कि सबके सामने गोद मे बैठा रखा है और हमे पता ही नही... भाभी जी...का नाम तो बताइये
संदीप-अरे आकिब भाई...ये अपना आकिब है...फिर से जन्नत बन क् क् क् क् क्
सभी आकिब की ओर देखने लगते है....
अरे बाप रे....फिर गोद मे कौन बैठा है
संदीप झटके से लड़की को छोड़ देता है
छूटते ही......
लड़की-कमीनो....सबकी कंप्लेन्ट करूंगी पुलिस मे
संदीप(हकलाते हुए)-माफ करना देवी जी...आप(आकिब की ओर इशारा करते हुए) बिल्कुल इसकी तरह लगती है..और ये लड़की बन के घूमता भी रहता है तो हमे लगा..........
घोर सन्नाटा छा जाता है
लड़की अभिराज की तरफ बढ़ती है...
घोर सन्नाटा.....घोर सन्नाटा
एक जोरदार थप्पड़.....अभिराज आधा झुक जाता है....
लड़की-जींस अपने ससुर की बेटी की उतारना
अब लड़की प्रिंस की ओर बढ.ती है ............
दनादन दो थप्पड़....लगातार...एक ही तरफ.......
हर थप्पड़ के साथ सन्नाटा बढ़ता जा रहा था
अब अक्लिम की तरफ बढ़ती है.......
तीन थप्पड़.....भयंकर...फिर बाल पकड़कर एक मीटर घसीट भी देती है
अक्लिम(गिड़गिड़ाते हुए)-हम कुछ नही किये दीदी...आप तो मेरी माल.....मेरा मतलब मॉ समान है
लड़की-आज के बाद लड़कियो के बाल मत छूना
अक्लिम(मन मे)-माँ कसम नही छुउँगा
अब संदीप की तरफ बढ़ती है
कबीर भाई(धीरे से)-इसे चार पडे़ंगे
निशान्त भाई(धीरे से)-नही पॉच पड़ेंगे
ब्रम्हा भाई(धीरे से)-दस से कम पड़े तो दुकान बेचकर चौराहे पर नाचना शुरू कर दूंगा
आकिब भाई(धीरे से)-15 से कम पड़े तो मुझे जन्नत बना के पिंकी बार मे मुजरा करवा लेना
लड़की संदीप के पास पहुच कर कान मे बोलती है.."तुम्हारे हाथ बहुत चलते है"
और फिर कुछ दूर जाकर
लड़की(संदीप से)-अपना नंबर बाद मे दे दूंगी
सब चकित हो जाते है..किसी को कुछ समझ नही आता
सामने से शाश्वत भाई आ रहे होते है
शाश्वत(मन मे)-अरे ये तो वही लड़की है जिससे मै सच्चा प्यार करता हु..
लडकी के पास जाकर
शाश्वत-i love u मै आपसे सच्चा प्यार करता हु और आपके बिना जी नही सकता
घोर सन्नाटा.....और भी घोर सन्नाटा
उसके बाद भयंकर थप्पड़ बरसने शुरू हो गये ...कुछ सैंडिले भी पड़ी.....इस दौरान शाश्वत भाई "माफ कर दो दीदी.....माफ कर दो दीदी"....चिल्लाते रहे..कोई बचाने नही आ रहा था...आधे तो खुद ही पिट के बैठे थे...
कुल मिलाकर दस थप्पड़ और पॉच सैंडिल पड़ी.... थोड़ा घसीटे भी गये...और शाश्वत भाई वही फैल गये
शाश्वत(मन मे)- आज के बाद ठरकीगिरी छोड़ दूंगा..रोज दो घंटे आस्था चैनल देखूंगा
ये वही पन्द्रह थप्पड़ थे जो संदीप को पड़ने वाले थे..इसलिये आकिब भाई अब आपको मुजरा नही करना पड़ेगा
लड़की आकिब के पास जाकर-आज के बाद लड़की मत बनना
आकिब "ठीक है" बोलना चाहता था पर बोल नही पाया
लड़की चली गयी
आपको बता दू घोर सन्नाटा इसलिये नही था कि जन्नत सच मे लड़की निकल गयी..इसलिये था कि उसका चेहरा सच मे बिल्कुल आकिब जैसा था..सब देखते रह गये..और दूसरा...आकिब के चेहरे पर पॉच -छः लिपस्टिक के निशान भी थे जो ज्यादा विस्मयकारी था
अभिराज इसलिये पिटा क्योकि लड़की को लगा उन्हे पता है वो लड़की है इसलिये जीन्स उतारने की बात कर रहे है
प्रिंस इसलिये पिटा क्योकि उन्होने जन्नत को आकिब समझकर दो तीन इशारे कर दिये थे...अक्लिम भाई पिटे क्योकि वो बाल के साथ कुछ और भी खीच रहे थे
संदीप बच गया क्योकि जैसे ही लड़की उसके पास गयी...संदीप ने कहा-"प्लीज़ मारना मत...चाहो तो 500 का रिचार्ज करा दूंगा"..इसी कारण नंबर भी मिल गया
शाश्वत भाई क्यो पिटे और आकिब के चेहरे पर लिपस्टिक का निशान कैसे आया....ये जाने अगले भाग मे..

सभी पिटने वाले भाईयो से हार्दिक माफी और शाश्वत भाई से दो बार हार्दिक माफी...

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